युगन युगन हम योगी | For ages and ages, I've been a yogi
युगन युगन हम योगी | |
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युगन युगन हम योगी अवधूता, युगन युगन हम योगी आवे ना जाये मिटे ना कबहुं शब्द अनाहत भोगी अवधूता, युगन युगन हम योगी सब ठौर जमात हमारी सब ठौर पर मेला हम सब मांय, सब हैं हम मांय हम है बहूरी अकेला अवधूता, युगन युगन हम योगी हम ही सिद्धि समाधी हम ही हम मौनी हम बोले रूप सरूप अरूप दिखा के हम ही हम में हम तो खेले अवधूता, युगन युगन हम योगी कहें कबीरा सुनो भाई साधो नाहीं न कोई इच्छा अपनी मढ़ी में आप मैं डोलूँ खेलूँ सहज स्वइच्छा अवधूता, युगन युगन हम योगी |
For ages and ages, I've been a yogi
For ages and ages
I've been a yogi Oh wanderer, for ages and ages I've been a yogi
I don't come or go
I never disappear I enjoy the endless sound Oh wanderer, for ages and ages...
Everywhere I see my community
Everywhere I meet with them I'm in all, all are in me I am alone and together Oh wanderer, for ages and ages...
I'm the realized one
I'm realization itself I'm silent, I speak Showing outer form, inner form, no form – I play within myself Oh wanderer, for ages and ages...
Kabir says, listen friend –
I have no desire Never leaving my hut I sway in the self I play simply To please myself Oh wanderer, for ages and ages... |
Very nice. Yog means to add, we all r yogi. :)
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